जन 'दरिया' उपदेस दे, जाके भीतर चाय।
नातर गैला जगत से, बक-बक मरे बलाय।।
-दरिया महाराजसंत दरिया महाराज का कथन है कि जिस व्यक्ति को ज्ञान की प्यास हो, उसी को ज्ञान का उपदेश देना चाहिए। यदि बिना चाह के किसी को उपदेश दिया जाता है तो वह उसे व्यर्थ की बकवास ही समझता है। इसलिए वह उस उपदेश का सम्मान नहीं करता।