दादू' कहे कहे का होत है, कहे न सीझे काम।
कहे कहे का पाइए, जब लग हृदै न आवै राम ।।
-दादूदयालदादूदयाल जी कहते हैं कि केवल मुख से राम-नाम रटने से राम नहीं मिलते। कहने मात्र से राम की प्राप्ति नहीं होगी। राम को तो सच्चे हृदय से प्रेम करना होगा, तभी उनकी प्राप्ति होगी। तोते की तरह राम-नाम रटने से कुछ प्राप्त नहीं होगा।