जल ज्यों प्यास माछली, लोभी प्यारा दाम।
माता प्यारा बारका, भगति प्यारा नाम।।
-कबीरदासकबीरदास जी अपनी बात का समर्थन करते हुए कहते हैं कि जैसे मछली को पानी प्रिय लगता है, लोभी को धन और माता को अपना बालक प्रिय लगता है, वैसे ही भक्त को ईश्वर प्रिय लगता है।